कहानी,विशाल भारद्वाज,कोरोना मैन
प्रस्तावना
कोरोना मैन आज शायद ही दुनिया में कोई बचा हो जो इस नाम से परिचित नहीं होगा पर कुछ महीनो पहले तक मैं भी आप लोगो कि तरह ही एक गुमनाम ज़िन्दगी जी रहा था, मैं खुद अपनी शक्तियों से परिचित नहीं था फिर हुआ कुछ ऐसा जिससे पूरी दुनिया दहल उठी, न ही कोई एवेंजर आया न ही कोई सुपर पॉवर , परमाणु बम से लेकर दुनिया कि सुपर पॉवर तक मेरे कदमो में थी - ये एक युग था कोरोना युग एक अकल्पनिए युग कि शुरआत......
दिसम्बर २०१९
ये बात है उस समय कि जब विश्व कि आधुनिकरण अपने चरम पर थी, न जाने कितने ही देश पृथ्वी से दूर अनेक ग्रहों के बारे में लगभग जान ही नहीं गये थी अपितु चाँद और मंगल जैसे कई ग्रहों तक मानव के निशान पहुच चुके थे । सभी देश अपने अपने देश कि शक्ति – सामर्थ्य सिद्ध करने में लगे थे कोई परमाणु बम, जैविक बम आदि पर प्रयोग कर रहे थे तो कोई इनको अपने देश कि सुरक्षा और शक्ति को बढाने के लिए खरीद फरोख्त कर रहे थे।
आधुनिकरण के चरम पर होने के कारण अगर हम इस युग को आधुनिकरण का युग कह दे तो कोई गलत नहीं होगा , विज्ञानं कि इस तरक्की के कारण आज कल कुछ भी हासिल करना मुस्किल न था, हजारो करोडो लोगो तक सन्देश भेजने से लेकर खुद पहुचना मानो जादू जैसा था क्या हजारो वर्षो पहले किसी ने कल्पना कि थी की सात समुन्दर पार कोई जा भी सकता है, पर अब सब कुछ आसान था।
बचपन से लेकर आज तक आप सभी ने न जाने कितने ही सुपर हीरो, सुपर पॉवर
कि कहानिया सुनी होंगी साथ ही कई ऐसे विशाल दानवो कि कहानिया भी सुनी होंगी जिन सभी में उनका अंत निश्चित होता था।
किन्तु अब कहानी बदलने का वक़्त आ चूका है अब कोरोना युग आ चूका है ऐसा युग जिसमे आप अपनों से ही दूर रहेंगे जिस पैसो के पीछे आप भागते है वो पैसे आप के लिए मात्र कागज के सामान होंगे।
६ महीने पहले ...
चीन वुहान जैसा की ये आधुनिकरण का युग है सभी अपने अपने काम में इतना व्यस्त है कि किसी को मै नजर नहीं रहा है विज्ञानं और चिकित्सा के नये नये अविष्कारों से सबकी आँखों में विज्ञानं के पर्दे लगे हुए है, वो समझते है की वो अपनी किस्मत भी लिख सकते है मेरे परिवार और खानदान जैसे एड्स, मलेरिया, चिकनगुनिया, वुखर , दस्त आदि सभी को मारने के हथियार तैयार कर लिए यहाँ तक कि मेरे गुरु कैंसर तक को मात देने लगे इन अविष्कारों ने इनकी आँखों पर ऐसा पर्दा डाला कि ये मुझको हास्य का पात्र समझने लगे लेकिन वो वक़्त दूर नहीं जब पूरी दुनिया मुझे जानेगी मुझे पहचानेगी, विश्व में कोरोना गूंज उठेगा तब इन्हें अहसास होगा कि अभी भी ये कितने पीछे है।
मुझे मानव के अस्तित्व में आने से पहले अपनी शक्ति और उसके प्रयोग का परिक्षण करना था और चीन देश से अच्छा मौका मेरे लिए कोई नहीं था हलाकि चीन सम्रद्ध देशो में से एक था पर यहाँ के लोगो को अपने वैज्ञानिक और अविष्कारों पर बहुत घमंड था और साथ ही शायद ही धरती पर कोई ऐसा जीव होगा जिसे यहाँ के लोग नहीं खाते हो, पकाना तो दूर उन्हें विना धुले व कभी कभी कच्छा मांस ही खा लेते थे कभी कभी तो मै खुद हैरान हो गया कि अगर मै अपना अस्तित्व इस देश से लाता हू तो मेरा क्या होगा।
कुछ दिन पहले ही मै पृथ्वी पर आ ही गया था पर एक आदमी ने जिंदा शांप को ऐसे पकड़ के खाया जैसे बच्चें कोल्ड्रिंक्स पीते है मै तो वही बेहोश हो गया और उसके हाथो पर लगे होने से उसके घर तक गया पर जैसे ही वो घर पर पंहुचा और उसके परिवार वालो से मिल पाता उसने साबुन से हाथ धो लिए और मै नाली से बहता हुआ बाहर चले गया और १२ घंटे में ही नष्ट हो गया चुकी मेरी शक्ति मानव शरीर के संपर्क में ना होने पर सिर्फ १२ घंटे ही जीवित रहती है।
अगले दिन ..
एक महिला जो शायद अपने बॉयफ्रेंड या घर पर किसी से लडाई करके आई हो इतनी गुस्से में बैठी थी जैसे वो मुझे खा ही जाएगी पर उसने मुझे खाने की बजाय पास में कुत्ते आदि का मांस खाने लगी जैसे घर पर खाना छोड़ कर आई हो और दो दिन से कुछ नहीं खाया हो मै तकरीवन अपने अस्तित्व के करीब था उसकी नाक द्वार से उसके अन्दर प्रवेश करने ही वाला था कि उसने पास में वाशरूम में जा कर मुह धो लिया और फिर से मै नाकामयाब हो गया।
मुझे लगने लगा था की शायद सच में ये लोग शाक्तिशाली है जिन्हें मेरे अस्तित्व का पता चल जा रहा है और मुझे मिटा दे रहे है।
पर जैसे सारे सुपर हीरो कि शक्तिया होती है वैसे ही मेरी भी थी जिन्हें शायद ही कोई नियंत्रित कर सकता हो।
मेरी शक्तिया कुछ इस प्रकार है
1) मुझे कोई देख नहीं सकता है।
2) मुझे कोई पहचान नहीं सकता है।
3) मै जिस शरीर में चाहू प्रवेश कर सकता था उस व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद।
4) मै जिस शरीर में जाऊ उस शरीर के मुख्य अंगो को अपने नियंत्रण में कर सकता हू।
5) आधुनिकरण की प्रसार छमता की तरह मेरा प्रसार भी बहुत तेजी से होता है।
6) अभी तक मेरे अस्तित्व कि जानकारी किसी को भी नहीं है।
7) एक साथ मै कई जगह पर मौजूद रह सकता था जैसे किसी व्यक्ति के घर में उसके परिवार वालो के साथ और ऑफिस में उसके सह कर्मचारियों के साथ।
8) और सबसे महत्वपूर्ण लोगो को उनकी भयानक मृत्यु कि ओर ले जाता हू।
9) जो मुझे हल्का और मामूली वायरस समझता उनका अस्तित्व मिटा देता हू।
ये सुपर पॉवर आयरन मैन , सुपर मैन , स्पाइडर मैन से भी अत्यधिक
खतरनाक है और अब तक इनका दौर सिर्फ किताबो
और सिनेमा मे था पर दहल उठेंगे लोग जब मेरा अस्तित्व सामने आएगा।
कोरोना का अस्तिव से लोग अपने ही घरो में कैद हो जायेंगे अपने ही बच्चो से दुरी बनायेंगे और जहा सारे मोह माया का अंत होगा और जहा देखोगे सिर्फ कोरोना का ही रोना होगा।
गिनोगे रोज की कब कहा कितने मृत्यु को प्राप्त हो गए कितनी और कितने
को कोरोना का कहर ले डूबा विश्व स्तरीय संगठन भी हाथ खड़े कर लेंगी यही होगा कोरोना
युग का आरम्भ-
दिसम्बर तीसरा दिन ....
वुहान प्रान्त चीन ….
आज ही बाजार में एक प्रेमी युगल अपने प्यार
कि वर्षगांठ मानाने आये है और चम्गादर , बिल्ली, सांप खाने में आर्डर किया है
मैंने भी सोच लिया अब बस यही एक मौका है अपना अस्तित्व में आने का तो मै वहा बैठे
लड़के के साथ चल दिया, चूँकि मै अद्रश्य था मुझे कोई कैसे देख लेता।
फिर उनके घर पहुचने पर उस ने अपने हाथ भी नहीं धोये और यही से शुरू हुआ मेरा अस्तित्व और जैसे जैसे लोग साफ़ सफाई से दूर रहते रहेंगे गंदिगी फैलाते रहेंगे मेरी शक्तिया बढती रहेंगी।
फिर उन प्रेमी युगल के आपस में प्रेम के चलते मै उस लड़की मै भी प्रवेश कर चूका हू मै जानता हू ये मेरे अस्तित्व कि शुरुआत है......